कल कायरतापूर्ण हमले में हमारे वीर-बलिदानी सैनिकों की हत्या की खबर से शांतिप्रिय राष्ट्र भारत के प्रत्येक नागरिक का रक्त उबल रहा है। हम सभी सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान के प्रति नतमस्तक हैं।क्योंकि इन्हीं की बदौलत हम और हमारे परिजन अपने घरों में सुरक्षित हैं।
श्रद्धा-सुमन अर्पित करना निस्सन्देह हमारा नैतिक कर्तव्य है! साथ ही साथ इसके व्यावहारिक पक्ष पर मैं सभी का ध्यान आकर्षित कर रहा हूँ।वह है इन वीर, देशभक्त तथा देशवासियों के लिए जान लुटाने वाले रणबांकुरों के परिजनों के भविष्य की जिम्मेदारी हम सभी की है।हमारी अनेकों फिजूलखर्च का एक छोटा-सा हिस्सा यदि हम ऐसे बलिदानी सैनिकों के लिए बने फण्ड में योगदान करने की आदत डालें व हर खुशी के अवसर पर अपने जाँबाज़ भाइयों को याद कर अपनी कृतज्ञता व्यक्त करें तो यह भी अन्तर्मन से दी गई सच्ची श्रद्धांजलि होगी।